त्रिपुरा विधानसभा के चुनावी रुझान आने शुरू हो गए हैं। रुझानों में भाजपा बहुमत से 1 सीट दूर है। बता दें कि त्रिपुरा विधानसभा की 60 सीटों के लिए 16 फरवरी को मतदान हुआ था।
त्रिपुरा विधानसभा के चुनावी परिणामों के रुझान आने शुरू हो गए हैं। त्रिपुरा के शुरुआती रुझानों में भाजपा अब बहुमत के आंकड़े से पिछड़ गई है। भाजपा को 1 सीट की दरकरार है। वहीं, लेफ्ट कांग्रेस गठबंधन को फायदा मिलता दिख रहा है। वहीं, टीएमपी (टिपरा मोथा पार्टी) भी 13 सीटों पर आगे चल रही है। फिलहाल, भाजपा 30 सीटों पर आगे चल रही है और लेफ्ट गठबंधन 16 सीटों पर आगे है। टीएमपी 13 सीटों पर आगे हैं।
चुनाव परिणाम में यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा ने साल 2018 में वामदलों से उनके गढ़ त्रिपुरा को छीनने के बाद से वहां अपनी जड़ें मजबूत की हैं या नहीं। बता दें कि त्रिपुरा ऐसा राज्य है जिस पर राष्ट्रीय स्तर पर सबकी निगाहे हैं, क्योंकि वैचारिक रूप से यहां जीत दर्ज करना भाजपा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
त्रिपुरा के चुनाव परिणाम इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि पारंपरिक प्रतिद्वंद्वियों कांग्रेस और वामदलों ने राज्य की 60 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव में भाजपा को चुनौती देने के लिए पहली बार हाथ मिलाया है।
पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए भाजपा के रणनीतिकार व असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को दावा किया है कि त्रिपुरा, नगालैंड या मेघालय में कोई त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी और भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए तीनों पूर्वोत्तर राज्यों में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगा। मतदान के बाद आए चुनावी सर्वेक्षणों में अधिकांश ने मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा होने की संभावना जताई है।
एक नजर में आंकड़े
- कुल मतदाता : 28.13 लाख
- महिला मतदाता : 13.53 लाख
- नए मतदाता : 65 हजारकितनी सीटों पर कौन सी पार्टी के कितने प्रत्याशी (कुल प्रत्याशी: 259)
- भाजपा : 55
- आइपीएफटी : 05
- वाम दल : 47
- कांग्रेस : 13
- तिपुरा मोथा : 42
- निर्दलीय : 58