खंडवा. जावर थाना अंतर्गत भामगढ़ ग्राम में कोटापेट फाल्या में एक ही आदिवासी परिवार की तीन सगी बहनों ने नीम के पेड़ पर रस्सी से फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना मंगलवार रात 11 बजे की बताई जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सूचना मिलने पर जावर पुलिस रात २.३० बजे घटनास्थल पर पहुंची। पूछताछ में बालिकाओं के परिजन कोई वजह नहीं बता पा रहे हैं। परिजन ने बताया कि तीनों बहनें दोपहर में मोटर साइकिल से सिंगोट के हाट-बाजार में खरीददारी करने गई थीं। सोनू एसएन कॉलेज में पढ़ती है और मोटरसाइकिल चलाना जानती है। शाम चार बजे बाजार से तीनों बहने घर लौटी थी। तीनों ने रात को परिवार के सभी सदस्यों के साथ भोजन किया था। टीआइ जाट ने बताया कि डायल 100 पर सूचना मिलते ही पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। डीएसपी चौहान भी मय बल के घटना स्थल पर पहुंचे। कुछ देर बाद पिपलौद थाना पुलिस भी पहुंची। तीनों के शवों को नीम के पेड़ उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए। जिस रस्सी से फांसी लगाई वह सूत नई थी। इस पर जांच की जा रही है।
एसपी विवेक सिंह ने बताया कि मामला जावर थाना अंतर्गत भामगढ़ ग्राम में कोटापेट फाल्या है। यहां एक ही परिवारकी सगी बहनों सोनू, सावित्री और ललिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनके पिता जामसिंह का निधन हो चुका है। परिवार में पांच बहने व तीन भाई हैं। सभी अपनी मां के साथ रहती थीं। घटना से पूरे गांव में शोक की लहर है। इधर, अस्पताल में परिजन का रो रो कर बुरा हाल था।

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