दिल्ली के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभाओं को नए रूप में पहचान कर आगे बढ़ाने का अवसर मिल रहा है। दिल्ली सरकार की तरफ से फुटबॉल को बढ़ावा देते हुए शहीदे-आजम भगत सिंह को समर्पित करते हुए शहीद भगत सिंह फुटबॉल कप शुरू किया है। डिप्टी सीएम व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने सोमवार को त्यागराज स्टेडियम में इस टूर्नामेंट की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पहली बार दिल्ली के फुटबॉल क्लब्स को एक साथ लाकर इतने बड़े स्तर पर लाकर टूर्नामेंट का आयोजन किया जा रहा है, इससे दिल्ली में फुटबॉल कल्चर को बढ़ावा मिलेगा| उन्होंने कहा कि ऐसे टूर्नामेंट से न केवल दिल्ली को फुटबॉल के क्षेत्र में अव्वल लाने में मदद मिलेगी बल्कि हम फुटबॉल के उभरते सितारों की पहचान भी कर पाएंगे। खिलाड़ी अपने खेल में मेहनत करें शानदार प्रदर्शन करें, दिल्ली सरकार उन्हें सुविधाओं की कमी नहीं होने देगी। वहीं, इस टूर्नामेंट में दिल्ली फुटबॉल क्लब टेक्निकल पार्टनर की भूमिका निभा रही है।
नहीं है टैलेंट की कमीसिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में युवाओं में टैलेंट की कमी नहीं है। हमारे युवा सपना देखे दिल्ली सरकार वर्ल्ड-क्लास सुविधाएं मुहैया कर उनके सपनों को पूरा करने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले कुछ सालों में त्यागराज स्टेडियम, छत्रसाल स्टेडियम, ईस्ट-विनोद नगर स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, पूंठ कलां व बवाना में राजीव गांधी जैसे स्टेडियमों में शानदार सुविधाएं विकसित की है। साथ ही सरकार ने फुटबॉल को बढ़ावा देते हुए खिलाड़ियों को वर्ल्ड-क्लास सुविधाएं देने के लिए कैर, मुंडेला और आनंदवास में इंटरनेशनल मानकों के 3 आर्टिफिशियल फुटबॉल ग्राउंड भी विकसित किए हैं।
स्कूल और कॉलेजों में बढ़ेगा स्पोर्ट्स कल्चरसिसोदिया के अनुसार फुटबॉल टूर्नामेंट के माध्यम से दिल्ली सरकार का विजन, दिल्ली के स्कूलों, कॉलेजों में अंतरराष्ट्रीय स्तर के लीग के अनुरूप स्पोर्ट्स कल्चर डेवलप करना है। जहां दिल्ली भर के शीर्ष क्लब भाग ले सकते हैं। खेल के प्रति अपनी प्राथमिकता दिखाते हुए सरकार ने दिल्ली के विभिन्न स्टेडियमों जैसे छत्रसाल स्टेडियम, त्यागराज स्टेडियम, पूर्वी विनोद नगर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, पूठकलां स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, राजीव गांधी स्टेडियम, बवाना सहित कई अन्य स्थानों पर खेल संबंधित बुनियादी सुविधाओं को बेहतर करने का काम किया है।
सबसे ज्यादा गोल करने वाले को मिलेंगे एक लाख रुपयेयह टूर्नामेंट दो महीने तक चलेगा, जिसमें 20 टीमों के बीच 98 मैच का आयोजन किया जाएगा। टूर्नामेंट में अंडर 18 और अंडर 22 उम्र के खिलाड़ी हिस्सा ले सकेंगे। टूर्नामेंट की विजेता टीम को पांच लाख रुपये की पुरस्कार राशि, रनर अप टीम को ढाई लाख रुपये और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को एक लाख रुपये मिलेंगे। वहीं, सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी को अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा और साथ ही एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि भी दी जाएगी। दिल्ली के पांच अलग-अलग स्टेडियमों में टूर्नामेंट के मैचों का आयोजन किया जाएगा। इन मैचों का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा।