दक्षिण भारत का अरुणाचलेश्वर मंदिर विश्व का सबसे बड़ा शिव मंदिर माना जाता है. यहां भगवान शिव ने ब्रह्मा जी को श्राप दिया था.
भारत में भगवान शिव के कई प्रसिद्धि मंदिर हैं, उनमें से एक दक्षिण भारत का अरुणाचलेश्वर (Arunachalesvara) शिव मंदिर है. इसके बारे में मान्यता है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा शिव मंदिर (World Largest Shiva Temple) है. तमिलनाडु (Tamil Nadu) राज्य के तिरुवनमलाई (Thiruvannamalai) जिले में शिवजी का यह मंदिर अन्नामलाई पर्वत की तराई में स्थित है. सावन (Sawan) के दौरान इस शिव मंदिर में भक्तों का तांता देखने योग्य होता है. इसके अलावा कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहां भव्य मेला आयोजन किया जाता है. इस शिव मंदिर की खास बात यह है कि भक्त अन्नामलाई पर्वत (Arunachala Hill) की 14 किलोमीटर लंबी परिक्रमा करने के बाद शिवजी से मन्नत मांगते हैं. मान्यता है कि यहां मांगी गई मन्नतें पूरी होती है.
पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार ब्रह्मा जी ने हंस का रूप लिया था. जिसके बाद उन्होंने शिवजी के शीर्ष का पता लगाने का लिए उड़ान भरा. ऐसा कर पाने में असमर्थ होकर शिवजी के मुकुट के नीचे गिरे हुए पुष्प से इस बारे में पूछा. पुष्प ने कहा कि वह 40 हजार साल से गिरा पड़ा है. ऐसे में ब्रह्मा जी को लगा कि वे शीर्ष तक नहीं पहुंच पाएंगे. जिसके बाद उन्होंने फूल को झूठी गवाही के लिए मना लिया कि उसने शिवजी का शीर्ष देखा है. कहा जाता है कि भोलेनाथ इस बात से क्रोधित हो गए. जिसके बाद उन्होंने ब्रह्मा जी को श्राप दिया कि पृथ्वी पर उनका कोई शिवलिंग नहीं बनेगा. साथ ही केवड़े के पुष्प को श्राप दिया कि शिवजी की पूजा में इस्तेमाल नहीं होगा. धार्मिक मान्यता है कि जिस स्थान पर शिवजी ने ब्रह्मा जी को श्राप दिया वह स्थान तिरुवनमलाई है.