: धाकड़ बल्लेबाज रोहित शर्मा बीते कई साल से ओपनिंग की जिम्मेदारी संभालते हैं. फिर चाहे वह इंटरनेशनल क्रिकेट हो या आईपीएल, रोहित ओपनिंग ही करते नजर आते हैं. केवल रोहित को ही नहीं, उनके फैंस को भी ओपनिंग स्लॉट पर बल्लेबाजी करते देखना पसंद आता है. इस बीच मुंबई इंडियंस के पूर्व मेंटॉर और भारत के पूर्व कोच अनिल कुंबले (Anil Kumble) का बड़ा बयान आया है. उन्होंने इस धुरंधर बल्लेबाज के लिए अपनी पसंद बताई है.
रोहित को लेकर किया ये खुलासा
आईपीएल-2013 में मुंबई इंडियंस के मेंटॉर रहे दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले ने रोहित को लेकर खुलासा किया है. भारत के पूर्व कोच अनिल कुंबले ने बताया है कि मुंबई इंडियंस के तत्कालीन-नवनियुक्त कप्तान रोहित शर्मा यह कहने से नहीं डरते थे कि उनका क्या विचार है. कहने को तो वह अनुभवी खिलाड़ियों तक पहुंचते लेकिन अपने फैसले खुद लेते थे. मुंबई इंडियंस को 5 बार ट्रॉफी दिलाने वाले रोहित आईपीएल इतिहास में अब तक के सबसे सफल कप्तान हैं. इससे पहले रोहित ने तीन सीजन में डेक्कन चार्जर्स का प्रतिनिधित्व किया था.
अनिल कुंबले ने इनसाइडर्स प्रिव्यू शो पर कहा, ‘वह (रोहित) इस बात से नहीं डरते थे कि उन्हें क्या कहना है. जिनके पास बहुत अनुभव था, वह उनके पास भी पहुंचे लेकिन फिर भी अपने फैसले खुद लिए. एक कप्तान से आप यही चाहते हैं.’ 52 वर्षीय कुंबले ने 2017 में रोहित के नई टीम की अगुआई करने के बारे में भी बात की.
नंबर-4 पर बल्लेबाजी करें रोहित’
इस बीच कुंबले ने अपनी पसंद भी बताई कि रोहित को किस नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए. उन्होंने कहा, ‘रोहित के नेतृत्व में मुंबई इंडियंस को शानदार सफलता मिली है. इसका मतलब यह नहीं है कि वह बल्ले से कम घातक हैं. मेरे हिसाब से उन्हें चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करनी चाहिए. वह तब भी कमाल कर सकते हैं.’ हालांकि रोहित बतौर ओपनर बेहद सफल रहे हैं. दिलचस्प है कि रोहित अपने करियर के शुरुआती दिनों में गेंदबाजी भी करते थे और मिडिल-लोअर ऑर्डर में उतरते थे.
जहीर ने बताई रोहित की सबसे बड़ी ताकत
भारत के पूर्व पेसर जहीर खान ने भी रोहित की कप्तानी की तारीफ की. उन्होंने कहा, ‘कप्तान की भूमिका बेहद अहम है, जिस तरह से वह सोच रहा है और महत्वपूर्ण वक्त पर शांत तरीके से निर्णय ले रहा है और सही फैसले ले रहा है, स्थिति को कैसे संभाल रहा है. रोहित में दबाव को झेलने की क्षमता और व्यक्तित्व है. जिस तरह से वह ना केवल खिलाड़ियों के साथ बल्कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी शांत तरीके से संवाद करते हैं, मुझे लगता है कि यह उनकी सबसे बड़ी ताकत है.’ (एजेंसी से इनपुट)