Panna Tiger Death
मध्य प्रदेश पन्ना में एक व्यस्क युवा बाघ की पेड़ के फंदे में फांसी लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। ये देश की पहली घटना होगी जहां एक बाघ की फांसी लगने से मौत हुई है। पन्ना टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बाघ का शव क्लच वायर से लटका हुआ पाया गया। बाघ का शव बेहद ही खराब हालत में मिला और उससे बदबू भी आ रही थी।
अनुमान लगाया जा रहा है कि बाघ की मौत 5-6 दिन पहले ही हो चुकी थी। वन विभाग और पन्ना टाइगर रिजर्व की टीम मौके पर पहुंची और घटना की जांच की। पन्ना में एक युवा बाघ की पेड़ से फांसी लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने से वन विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
घटना स्थल के आसपास डॉग स्क्वॉड ने की छानबीन
बाघ की मौत की जांच के लिए घटना स्थल के आसपास डॉग स्क्वॉड ने छानबीन की। लेकिन अवैध गतिविधि के कोई साक्ष्य नहीं मिले। वन अधिकारियों ने बताया कि दूसरे बाघ के खरोच और संघर्ष के निशान जरूर मिले हैं, जिसे देखकर ऐसा लग रहा है कि दो बाघों की आपसी लड़ाई हुई होगी और इसी में एक की मौत हो गई। बाघ की मौत तीन से पांच दिन पहले की बताई जा रही है। पोस्टमॉर्टम के बाद मृत बाघ के शव को जला दिया गया। बाघों की मौत की घटनाओं के बाद से फील्ड स्टाफ के कामकाज पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
देश में सबसे अधिक बाघ मध्य प्रदेश में
भारतीय बाघ अनुमान रिपार्ट 2018 के अनुसार देश में सबसे अधिक बाघ मध्य प्रदेश में पाए जाते हैं। मध्य प्रदेश में बाघों की संख्या 526 है। लेकिन कुछ समय से बाघों की मौत की खबरें लगातार बढ़ती जा रही है। मध्य प्रदेश में कान्हा, बांधवगढ़, सतपुड़ा, पेंच, और संजय दुबरी टाइगर रिजर्व सहित कई बाघ अभयारण्य हैं। इस घटना से पहले 9 नवंबर को भी एक बाघिन मृत अवस्ठा में मिली थी।