Pakistan Financial Crisis: पाकिस्तान (Pakistan) इस वक्त गंभीर आर्थिक संकट (Economic Crisis) से जूझ रहा है. इस बीच पाकिस्तानी जनता को शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) सरकार ने एक और बड़ा झटका दे दिया है. पाकिस्तान सरकार के इस फैसले ने जनता के बीच में हाहाकार मच गया है. डिफॉल्ट की तरफ बढ़ रहे पाकिस्तान में महंगाई दर (Inflation Rate) 30 फीसदी से ऊपर पहुंच चुकी है. इस बीच, पाकिस्तान की सेंट्रल बैंक (Central Bank) ने ब्याज दरों (Interest Rate) में भारी बढ़ोतरी कर दी है. इसका असर पाकिस्तान की आम जनता की जेब पर सीधे पड़ेगा जो पहले से ही आर्थिक तंगी से परेशान है. दरअसल, पाकिस्तानी सेंट्रल बैंक ने ब्याज दर में 100 आधार अंक यानी इसमें 1 प्रतिशत की वृद्धि की है. इसके नतीजे में कार लोन से लेकर होम लोन तक सभी महंगे हो जाएंगे.
पाकिस्तानियों को दूसरा झटका वर्ल्ड बैंक की तरफ से लगा है. वर्ल्ड बैंक ने पाकिस्तान की जीडीपी विकास दर में 0.4 फीसदी की भारी गिरावट का अनुमान लगाया है. वर्ल्ड बैंक का अनुमान है कि आईएमएफ से बेलआउट पैकेज नहीं मिलने, प्रमुख द्विपक्षीय भागीदारों (चीन, सऊदी अरब) से आर्थिक मदद नहीं मिलने और राजनीतिक अस्थिरता की वजह से एक बड़े व्यापक आर्थिक संकट का विस्फोट हो सकता है.