महबूबा मुफ्ती ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि निवर्तमान राष्ट्रपति अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जहां भारतीय संविधान को अनेक बार कुचला गया।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर निशाना साधा है। महबूबा मुफ्ती ने अपने एक ट्वीट में लिखा कि निवर्तमान राष्ट्रपति अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जहां भारतीय संविधान को अनेक बार कुचला गया। महबूबा मुफ्ती ने यह निशाना उस दिन साधा है जब द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली है।
वहीं इससे पहले सोमवार को ही द्रौपदी मुर्मू ने देश की पहली महिला आदिवासी के तौर पर राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली है। चीफ जस्टिस एनवी रमना ने उन्हें शपथ दिलवाई। इस दौरान द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि मेरे लिए महिलाओं के हित सर्वोपरि होंगे। इसके साथ ही दलितों, पिछड़ों और गरीबों के हितों के लिए भी काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की शक्ति ने मुझे यहां तक पहुंचाया। देश के गरीब आदिवासी, दलित और पिछड़े मुझमें अपना प्रतिबिंब देख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि खुद को भारत का नेतृत्व करते हुए गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। मैं आज देश की महिलाओं और युवाओं को याद दिलाती हूं कि मेरे लिए उनके हित सर्वोपरि हैं। मेरे सामने राष्ट्रपति पद की ऐसी महान विरासत है, जिसने दुनिया में भारत के लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को मजबूत किया है। संविधान के आलोक में मैं पूरी निष्ठा से अपने कर्तव्य का निर्वहन करूंगी। मेरे लिए लोकतांत्रिक आदर्श और समस्त देशवासी ऊर्जा का स्रोत रहेंगे।