केंद्र सरकार की अधिसूचना के मुताबिक 18 जुलाई से प्रीपैक्ड प्रोडक्ट पर 5 फीसदी जीएसटी वसूल प्रारंभ कर दी गई है। अनब्रांडेड प्रोडक्ट जो 25 किलो या उससे कम की पैकिंग में है, उस पर 5 प्रतिशत जीएसटी देना होगा। ऐसे में नए नियमों के तहत बाजार में बिकने वाले ब्रांडेड पैक्ड फूड प्रोडक्ट के दाम बढ़ा दिए गए हैं। मजे की बात तो यह है जीएसटी के नाम पर आटा चक्की पर मिलने वाले गेहूं के पिसे हुए आटे के दाम भी बढ़ा दिए गए हैं।
लोकमन गेहूं का चक्की पर जो आटा पहले 130 रुपए का 5 किलो बेचा जा रहा था, अब उसके 140 रुपए वसूले जा रहे हैं। आटा खरीदने वाले दाम बढ़ने का कारण पूछ रहे हैं तो उन्हें 5 फीसदी जीएसटी बढ़ना बताया जा रहा है। कमोबेश यही हाल दाल की पिसाई का भी है। इधर अमूल और ग्वालियर दुग्ध संघ के उत्पाद भी अब शहरवासियों को नए रेट पर ही खरीदना पड़ रहे हैं।
आटा, रवा मैदा भी हो गए महंगे
ब्रांडेड आटा कारोबारी मोहन गर्ग ने बताया कि आटा, रवा, मैदा पर 5 फीसदी जीएसटी लागू कर दिया गया है। बाजार में नए रेट के पैकेट ही मिल रहे हैं। 120 रुपए का 5 किलो आटे का पैकेट 126 रुपए, 235 रुपए का 10 किलो वाला आटे का पैकेट 250 रुपए का हो गया है। रवा-मैदा का 25 रुपए का एक किलो वाला पैकेट अब 26 रुपए का हो गया है।
दाम बढ़ने का असर बिक्री पर भी
प्रीपैक्ड प्रोडक्ट पर 5 फीसदी जीएसटी के लगने के बाद शहर में बिकने वाले प्रोडक्ट के दाम बढ़ा दिए गए हैं। दामों में एकदम से बढ़ोतरी का असर बिक्री पर भी देखने को मिल रहा है। अमूल ग्वालियर संभाग के शाखा प्रबंधक कुमार संजय ने बताया कि सभी उत्पाद नई एमआरपी के साथ बिकना शुरू हो गए हैं। बारिश के सीजन में वैसे दही, मठे की मांग कम हो जाती है, थोड़ा-बहुत असर जीएसटी के लगने का भी हो रहा है। ग्वालियर दुग्ध संघ के सीईओ अनुराग सिंह सेंगर ने बताया कि उत्पादों पर 5 फीसदी जीएसटी के साथ ही पार्लर पर बिक्री की जा रही है।
सांची के उत्पाद के नए रेट
सादा मठा 500 मिली-16 रुपए
लस्सी 200 मिली- 26 रुपए
मीठा दही-सादा दही 100 ग्राम- 13 रुपए
सादा दही 200 ग्राम – 26 रुपए
सादा दही 500 ग्राम-52 रुपए
दही पॉली पैक 400 ग्राम – 32 रुपए