पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ कथित तौर पर सोशल मीडिया पर कोई आपत्तिजनक पोस्ट किया गया था। इस पोस्ट पर नजर पड़ने के बाद मुस्लिमों का गुस्सा भड़क उठा। जिसके बाद मुस्लिमों ने हिंदुओं के घर के साथ-साथ मंदिरों को निशाना बनाया।
यह घटना बांग्लादेश के नरेल में लोहागरा नामक इलाके में घटी। पैगंबर पर किए गए सोशल मीडिया पोस्ट से नाराज कट्टरपंथियों की भीड़ ने नरेल के लोहागरा में हिंदू घरों और एक मंदिर पर हमला बोल दिया। घटना की पुष्टि करते हुए स्थानीय पुलिस इस्पेक्टर हरन चंद्र पॉल ने बताया कि दिघोलिया गांव में कई हिंदू घरों में तोड़फोड़ की गई। मंदिर को भी जलाने की कोशिश की गई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी।
फेसबुक पोस्ट करने वाले पिता-पुत्र हुए गिरफ्तार-
मिली जानकारी के अनुसार विवाद की शुरुआत किसी स्थानीय युवक के फेसबुक पोस्ट से हुई। स्थानीय लोगों ने बताया कि सहपारा के अशोक साहा के बेटे आकाश साहा ने फेसबुक पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कुछ आपत्तिजनक पोस्ट किया था। जिसके बाद मुस्लिमों का गुस्सा भड़क उठा। हालांकि बाद में पुलिस ने फेसबुक पोस्ट करने वाले आकाश साहा और उसके पिता अशोक साहा को गिरफ्तार कर लिया। दोनों की गिरफ्तारी के बाद लोगों का गुस्सा थमा।
हमलावरों में किसी की गिरफ्तारी नहीं होने से उठ रहे सवाल-
हालांकि अभी तक हमलावरों में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इससे पुलिस पर भेदभावपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लग रहा है। दूसरी ओर नरेल के पुलिस सुपरिटेंडेंट प्रबीर कुमार रॉय ने कहा कि हम घटना की जांच कर रहे हैं। फिलहाल स्थिति सामान्य है। जुमे की नमाज के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया था। इसके बाद कट्टरपंथियों ने अल्पसंख्यकों पर हमला किया। हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होगी।
कुछ माह पहले ढाका में इस्कॉन मंदिर पर हुआ था हमला-
कट्टरपंथियों द्वारा अल्पसंख्यों पर हमला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसे देखकर लोग कई तरह के सवाल उठा रहे हैं। बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले के मामले पहले भी सामने आए हैं। कुछ महीने पहले भी ढाका स्थित इस्कॉन के राधाकांत मंदिर पर हमला किया गया था। एक एनजीओ की रिपोर्ट के अनुसार 2013 से 2021 तक बांग्लादेश में हिंदुओं को निशाना बनाते हुए 3600 हमले किए गए।