ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की चाल और गोचर का काफी महत्व है. ग्रहों के गुरु बृहस्पति 23 अप्रैल 2023 में मेष राशि में गोचर करेंगे. वहीं, इस राशि में छाया ग्रह माने जाने वाले राहु पहले से ही मौजूद हैं. राहु 30 अक्टूबर तक मेष राशि में बने रहेंगे. ऐसे में दोनों ग्रह इस राशि में 6 महीने तक साथ रहेंगे. यहां इन दोनों की युति से गुरु-चांडाल योग का निर्माण होगा. ऐसे में जिन जातकों की कुंडली में यह योग बनेगा, उनके लिए आने वाला समय काफी मुश्किलों भरा रहेगा. इन लोगों को खासकर 6 महीने तक बहुत सावधानी बरतने की जरूरत होगी.
नकारात्मक असर
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन लोगों की कुंडली में गुरु- चांडाल योग बनता है, उनकी जिंदगी में नकरात्मक असर बढ़ने लगता है. इन लोगों की सही और गलत में तुलना करने की समझ कम हो जाती है. इस योग के असर से ऐसे लोग अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं. इस दौरान ये लोग हिंसात्मक कार्यों को भी अंजाम देने से नहीं चूकते हैं.
उपाय
ऐसे में जिन लोगों की कुंडली में गुरु-चांडाल योग बन रहा है, उन्हें गुरुवार के दिन विष्णु भगवान की पूजा करनी चाहिए और. केले की पूजा करने से भी इस योग का दुष्प्रभाव कम होता है. वहीं, गुरु चांडाल दोष निवारण पूजा भी की जा सकती है.