ऊना में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को काले झंडे दिखाए जाने को लेकर कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर भिड़ंत हो गई. दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हल्की-हाथापाई के साथ जमकर झड़प भी हुई इधर बीजेपी की नेता नूपुर शर्मा को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से फटकार लगाई जाने के बाबजूद बीजेपी के कार्यकर्ताओं अपनी हद मे नहीं दिखे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन जता रहे थे। तभी बीजेपी कार्यकर्ता ने उन्हे विरोध प्रदर्शन करने से रोका और उनके साथ जमकर हाथापाई और झड़प भी की वो साफ -साफ वीडियो में दिखा रहा है
टीवी पर माफी मांगे नूपुर शर्मा
सुप्रीम अदालत ने नूपुर शर्मा को फटकार लगाते हुए कहा था कि उनके ही एक बयान के चलते माहौल खराब हो गया। नूपुर शर्मा ने माफी मांगने में देरी कर दी और उनके चलते ही दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई हैं। इसी फटकार के चलते बीजेपी कार्यकर्ताओं भड़क गए और शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हो गया और जमकर झड़प हुई
ऊना में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को काले झंडे दिखाए जाने को लेकर कांग्रेस और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच जमकर भिड़ंत हो गई. दोनों पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हल्की-हाथापाई के साथ जमकर झड़प भी हुई. ऐसा लगा कि ऊना में राजनीतिक रणभूमि शुरू हो गई है. हालांकि, इस दौरान पुलिस की मौजूदगी भी थी, लेकिन शायद पुलिस को भी झड़प का जरा सा भी अंदाजा नहीं था. ऐसे में काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस बीच बचाव करने में सफल हो सकी.
सतपाल सिंह सत्ती ने क्या – कहा
अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती भी घटनास्थल पर पहुंचे और उन्होंने युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हद में रहने की ताकीद देने के साथ साथ मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने पर जमीन में गाड़ देने तक की बात कह दी.वहीं कांग्रेस विधायक सतपाल ज्यादा ने कहा है कि लोकतंत्र में सबको विरोध करने का अधिकार है. प्रदर्शन करना उनका हक है, लेकिन इस प्रकार कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पीटना यह बिल्कुल गलत है. कांग्रेस विधायक ने कहा कि अब यह लड़ाई आगे तक जाएगी. यूथ कांग्रेस प्रदेश में बीजेपी का सफाया करने के लिए लोगों तक इनके जनविरोधी नीतियों को लेकर जाएगी. उन्होंने इस घटना की निंदा की है.
Supreme court on nupur sharma
यहाँ एक तरफ दोनों पार्टी आपस मे हाथापाई कर रहे है वही दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट से नूपुर शर्मा पर की गई टिप्पणी वापस लेने की मांग की और , नई याचिका दायर की अब सुप्रीम कोर्ट में एक नई याचिका दायर की गई है। सामाजिक कार्यकर्ता अजय गौतम की ओर से दायर याचिका में मांग की गई है कि नूपुर शर्मा केस में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को वापस लिया जाना चाहिए। याचिका में इसके पीछे तर्क दिया गया है कि इससे नूपुर शर्मा की जान को खतरा है।न्यायमूर्ति सूर्य कांत और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला की बेंच ने पैगंबर के खिलाफ टिप्पणी के लिए विभिन्न राज्यों में दर्ज प्राथमिकियों को एक साथ जोड़ने की शर्मा की याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया। उन्हें याचिका वापस लेने की अनुमति दी। इसके साथ ही नूपुर शर्मा ने अदालत से अपनी अर्जी को वापस ले लिया।
बता दें, प्रदेश में कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं, लेकिन आने वाली सरकार की कुर्सी को लेकर रस्साकशी का खेल धीरे-धीरे पूरे उफान पर जाता हुआ दिखाई दे रहा है.