पंजाब के अमृतसर के चिचा भकना गांव में पुलिस औरसिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल गैंगस्टर्स के बीच मुठभेड़ अब खत्म हो गई है। जहां मुठभेड़ चली थी वो इलाका पाकिस्तान की सीमा के पास है। कहा जा रहा है कि ये गैंगस्टर्स पाकिस्तान भागने की फिराक में थे और पास में ही स्थित एक पुरानी हवेली में छुपे हुए थे। इस मुठभेड़ के दौरान 3 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं जबकि जागरूप रूपा और मानप्रीत मन्नू नाम के दोनों गैंगस्टर को ढेर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि इस मुठभेड़ में 2 स्थानीय लोग भी घायल हुए हैं। पिछले 5 घंटों से भी अधिक समय तक चली इस मुठभेड़ से ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन बदमाशों के पास कितनी संख्या में हथियार थे।
सूत्रों के अनुसार, पहले अमृतसर के अटारी गाँव में 6-7 गैंगस्टर्स के छुपे होने की आशंका थी जो इस गांव की पुरानी हवेली में छिपे हुए थे। ये इलाका पाकिस्तान की सीमा से सटा है। ये सभी पाकिस्तान भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस को जैसे ही जानकारी मिली, वो मौके पर पहुंचकर इन्हें घेरकर ढेर करने में कामयाब रही। गैंगस्टर मनप्रीत मन्नू और जागरूप रुपया के बीच मुठभेड़ देखने को मिली जिसमें रूपा और मन्नू दोनों को ढेर कर दिया गया है। ये दोनों ही सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शार्प शूटर बताए जा रहे हैं और ये दोनों ही तरनतारन के रहने वाले हैं। अन्य गैंगस्टर्स को भी पुलिस ने घेराबंदी कर निशाना साधा। गैंगस्टर्स के पास से AK-47 बरामद की गई है।
SHO का बड़ा बयान
इस मुठभेड़ के बीच SHO सुखबीर सिंह ने कहा था कि, ‘आरोपी गैंगस्टर है या आरोपी अभी इसका पता नहीं। जब तक ये ऑपरेशन सफल नहीं हो जाता इसपर कुछ भी कहना अभि मुश्किल है।’ खैर, दोनों ही आरोपी अब मारे जा चुके हैं।
इस मुठभेड़ के बीच SHO सुखबीर सिंह ने कहा था कि, ‘आरोपी गैंगस्टर है या आरोपी अभी इसका पता नहीं। जब तक ये ऑपरेशन सफल नहीं हो जाता इसपर कुछ भी कहना अभि मुश्किल है।’ खैर, दोनों ही आरोपी अब मारे जा चुके हैं।
कैमरापर्सन को लगी गोली
बता दें कि इस मुठभेड़ के दौरान एक कैमरापर्सन के पैर में गोली लग गई जिसका अस्पताल में इलाज जारी है।