चीन में कोरोना के कहर के बीच गुरुवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शीर्ष नेताओं की एक बैठक बुलाई. इसमें उन्होंने चीन में डायनमिक जीरो कोविड पॉलिसी के महत्व पर जोर देते हुए इस पर विस्तार से बात की. उन्होंने इसके आर्थिक परिणामों पर भी चर्चा की.
Corona Case Increasing in China: चीन में कोरोना के कहर के बीच गुरुवार को राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शीर्ष नेताओं की एक बैठक बुलाई. इसमें उन्होंने चीन में डायनमिक जीरो कोविड पॉलिसी के महत्व पर जोर देते हुए इस पर विस्तार से बात की. उन्होंने इसके आर्थिक परिणामों पर भी चर्चा की. बैठक में जिनपिंग ने जीरो कोविड पॉलिसी की आलोचना करने वालों के खिलाफ भी सख्त चेतावनी जारी की है. बता दें कि अभी चीन में कोरोना को लेकर सरकार की पॉलिसी का काफी विरोध हो रहा है. यही नहीं इससे चीन की अर्थव्यवस्था भी लड़खड़ा रही है.
पहली बार जीरो कोविड पॉलिसी पर बोले राष्ट्रपति
सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी की सर्वोच्च पोलित ब्यूरो स्थायी समिति ने जीरो कोविड पॉलिसी के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने, इस पॉलिसी को गलत तरीके से प्रस्तुत करने, संदेह करने या अस्वीकार करने वालों से सख्ती से निपटने की बात कही. बता दें कि शंघाई के कठोर लॉकडाउन पर जनता के आक्रोश के बाद ऐसा पहली बार है कि जिनपिंग ने शिखर सम्मेलन करके कोविड के खिलाफ चीन की लड़ाई के बारे में सार्वजनिक रूप से टिप्पणी की है.
लोगों को जागरूक करने पर फोकस
बैठक में समूह ने यह भी घोषणा की कि उनका उद्देश्य जीरो कोविड पॉलिसी को लेकर अपर्याप्त जागरूकता, तैयारी, श्रम, तिरस्कार,अरुचि और सोच में नकारात्मकता से निपटना है. वहीं दूसरी ओर लंबे समय से चीनी राजनीति पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों के अनुसार, बैठक कर यह गंभीर चेतावनी जारी करना इस बात की ओर इशारा करती है पार्टी के अंदर भी जिनपिंग की जीरो कोविड पॉलिसी का विरोध हुआ है
लोगों में दिख रहा आक्रोश
बता दें कि चीन की आर्थिक राजधानी शंघाई में 2 महीने से लॉकडाउन लगा है. कई और शहरों में भी लॉकडाउन है. लॉकडाउन की वजह से घरों में कैद लोगों को काफी दिक्कत हो रही है. शंघाई में बड़ी संख्या में लोग पिछले पांच हफ्तों में सोशल मीडिया पर मदद मांग रहे हैं. लोग यहां खाने की कमी, इलाज की कमी और अन्य दिक्कतों के बारे में लगातार आवाज उठा रहे हैं. कुछ लोगों ने विरोध में अपनी खिड़कियों से बर्तनों को बजाकर विरोध जताया. कई जगह रोड पर पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ लोगों की झड़प की भी खबर है. मालूम हो कि शंघाई के बाद अब बीजिंग में कड़े लॉकडाउन के लागू होने का डर सता रहा है. यहां 20 अप्रैल से अब तक 500 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं.