Delhi News: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इसके बारे में जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली सरकार ने पुनर्विकास के लिए दिल्ली के 5 बाजार चुने हैं, जिनमें कमला नगर, खारी बावली, लाजपत नगर, सरोजिनी नगर और कीर्ति नगर शामिल हैं.
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी के बाजारों को विकसित और सुन्दर बनाने के लिए बड़ा ऐलान लिया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर इसके बारे में जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली सरकार ने पुनर्विकास के लिए दिल्ली के 5 बाजार चुने हैं, जिनमें कमला नगर, खारी बावली, लाजपत नगर, सरोजिनी नगर और कीर्ति नगर शामिल हैं.
नई पहचान के साथ अब तरक्की की तरफ़ आगे बढ़ेंगे दिल्ली के बाज़ार। दिल्ली की बड़ी मार्केट्स को लेकर महत्वपूर्ण घोषणा | LIVE https://t.co/ZLyrnAy6Ph
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 13, 2022
बता दें पिछले महीने दिल्ली सरकार की एक समिति ने लाजपत नगर और सरोजनी नगर बाजार का दौरा किया था. यह दौरा राष्ट्रीय राजधानी के 20 प्रमुख बाजारों के सौंदर्यीकरण की व्यावहारिकता का पता लगाने के लिए किए जा रहे सर्वेक्षण के तहत किया गया था. अधिकारियों ने यह जानकारी दी थी. उल्लेखनीय है कि समिति को इन बाजारों में पांच को पुनर्विकास के लिए चुनना है जिसकी घोषणा वर्ष 2022-23 के रोजगार बजट में की गई थी.
बाजार मॉडल पर किया जाएगा
अधिकारियों ने बताया कि दौरे में समिति ने इन दोनों बाजारों की विभिन्न समस्याओं जैसे शौचालय की कमी, उचित प्रकाश की कमी और लटके हुए बिजली के तारों का संज्ञान लिया था. उल्लेखनीय है कि दिल्ली सरकार ने आठ सदस्यीय विशेषज्ञ समिति गठित की है और उन्हें पांच बाजार को चुनने का काम दिया गया है. चुने गए बाजारों का पुनर्विकास रोजगार सृजित करने वाले बाजार मॉडल पर किया जाएगा.
बाजार में क्या सुधार करने की जरूरत है
समिति में शामिल चेंबर ऑफ ट्रेड ऐंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने कहा था कि पांच बाजारों का चुनाव रिपोर्ट के आधार पर किया जाएगा. गोयल ने बताया था कि समिति बृहस्पतिवार को कमला नगर और कश्मीरी गेट बाजारों का दौरा करेगी. उन्होंने बताया कि समिति की हुई बैठक में फैसला लिया गया कि इन बाजारों की स्थिति को करीब से समझा जाए. उन्होंने कहा, ‘‘बैठक में फैसला किया गया कि बाजारों की चयन समिति के अधिकारी संबंधित बाजारों में जाएंगे और स्थानीय व्यापार मंडलों और दुकानदारों से मुलाकात कर जमीनी हालात को समझेंगे. साथ ही जानेंगे कि उक्त बाजार में क्या सुधार करने की जरूरत है.’’