जूनागढ़ साइबर क्राइम पुलिस ने मामले में सूरत के दपंती को पकड़ा
राजकोट. जूनागढ़ के रहने वाले चिकित्सक को स्नातकोत्तर (पीजी) में प्रवेश दिलाने का झांसा देकर सूरत की दंपती के खिलाफ साइबर क्राइम ब्रांच 26 लाख रुपए ठगी करने की प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने आरोपी दंपती को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने आरोपी दंपती को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार मूल जूनागढ़ की माणावदर तहसील के नाकरा गांव के रोहनकुमार लक्कड (33) हाल में वडोदरा के गोत्री में रहकर निजी कंपनी में चिकित्सक के रूप में कार्यरत हैं। रोहन ने एमडी-एमएस की पीजी डिग्री के लिए आवेदन किया था। बाद में उसका डाटा किसी तरह हासिल कर विशालसिंह नामक व्यक्ति ने उससे सम्पर्क किया। रोहन को पीजी में नामांकन कराने का झांसा देकर आरोपी विशाल अपने सहयोगियों सूरत के सतीष कानाणी, सोनल कानाणी, रणजीत, राजेश गुहा, लव गुप्ता समेत अन्य आरोपियों ने रोहन से रुपए की मांग की। बाद में आरोपियों ने रोहन से 32 लाख रुपए लिए, लेकिन नामांकन कराने में विफल रहे।
आरोपियों ने रकम मांगने पर 6 लाख रुपए वापस किए लेकिन बाकी के 26 लाख रुपए नहीं लौटाए।
आरोपियों ने रकम मांगने पर 6 लाख रुपए वापस किए लेकिन बाकी के 26 लाख रुपए नहीं लौटाए।
अन्य पांच आरोपियों की तलाश
पीडि़त की शिकायत पर जूनागढ रेंज साइबर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर पीआई के के झाला, पीएसआई आर बी वाजा समेत स्टाफ ने तकनीकी स्रोतों के जरिए मामले की जांच की। बाद में मूल भावनगर के पालीताणा के मुलाणी गांव और हाल में सूरत के मोटा वराछा की सोसयाटी में रहने वाले सतीष कानाणी (30) और उसकी पत्नी सोनल कानाणी (29) को गिरफ्तार किया। अभी पांच अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार ठग गिरोह लोगों को मेडिकल कॉलेज में नामांकन दिलाने, पीजी में प्रवेश करने को इच्छुक उम्मीदवारों का किसी तरह डाटा हासिल कर उनसे सम्पर्क करते थे। फिर नमांकन का झांसा देकर मोटी रकम वसूली करते थे। पुलिस ने प्राथमिकी के आधार पर कार्रवाई शुरू कर दी है।