ब्रिटेन की प्रभावशाली महिलाओं में शुमार घिसलीन मैक्सवेल को न्यूयॉर्क के एक कोर्ट ने 20 साल जेल की सजा सुनाई है. 60 साल की मैक्सवेल को अपना अधिकांश जीवन अब सलाखों के पीछे काटना पड़ेगा.
लड़कियों के यौन शोषण करने में जेफरी एपस्टीन (Jeffrey Epstein) की मदद करने के आरोप में घिसलीन मैक्सवेल को दोषी पाया गया है. उन्हें न्यूयॉर्क की एक अदालत ने 20 साल की सजा सुनाई है. मैनहट्टन संघीय अदालत (Manhattan federal court) ने लंबे समय से चले आ रहे मामले के बाद इस फैसले की घोषणा की. इसका मतलब है कि 60 वर्षीय मैक्सवेल अपने शेष जीवन का अधिकांश हिस्सा जेल में बिताएंगी.
5 मामलों में दोषी
बता दें कि घिसलीन मैक्सवेल ब्रिटेन (Britain) की प्रभावशाली महिला है. वह रॉबर्ट मैक्सवेल (Robert Maxwell) की बेटी हैं. उनको नाबालिग लड़कियों की यौन तस्करी (sex trafficking) सहित उनके खिलाफ लाए गए 6 मामलों में से 5 में दोषी पाया गया था. अदालत ने उन्हें नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण में अपने तत्कालीन प्रेमी एपस्टीन की मदद करने का दोषी पाया है.
कोर्ट से की थी नरमी बरतने की अपील
हालांकि, मैक्सवेल के वकीलों ने ट्रॉमा के कारण अदालत से नरमी बरतने के लिए कहा. इसके बाद जस्टिस एलिसन नाथन ने अमेरिकी प्रोबेशन ऑफिस द्वारा सुझाई गई सजा पर विचार करने का फैसला किया. इससे पहले मामले में अभियोजकों ने अदालत से 30 से 55 साल की सजा की मांग की थी.
कानून से ऊपर कोई नहीं
न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के अमेरिकी वकील डेमियन विलियम्स ने कहा कि आज की सजा घिसलीन मैक्सवेल को बच्चों के खिलाफ जघन्य अपराधों के लिए जिम्मेदार ठहराती है. यह वाक्य एक मजबूत संदेश भेजता है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और न्याय के लिए कभी भी देर नहीं होती है.