लखनऊ-वाराणसी नेशनल हाईवे पर शनिवार को एक चलती हुई बीएमडब्लू कार में आग लग गयी, जिसके बाद गाड़ी के ड्राइवर ने चलती कार से कूद कर जान बचाई। मौके पर मौजूद लोगों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि लखनऊ-वाराणसी नेशनल हाईवे पर कोतवाली नगर के अमहट स्थित पुलिस प्रशिक्षण शिविर के पास चलती हुई बीएमडब्लू कार आग का गोला बन गई।
लोगों ने बताया कि यह घटना रात करीब 11:30 बजे की है। आसपास के लोग तत्काल मौके पर पहुंचे और चालक ने कार से कूदकर अपनी जान बचाई। लोगों ने राजमार्ग पर पर बैरिकेड लगाकर उधर से गुजर रहे दूसरे वाहनों को रोक दिया। इस बीच पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू कर दी । वहीं, लोगों की सूचना पर दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाया।
ड्राइवर ने कहा-इंजन ऑयल लीक हुआ, फिर धुआं निकलने लगा
गाजीपुर के रहने वाले ड्राइवर मोहम्मद इमरान ने बताया कि कार वाराणसी के एक व्यक्ति की है। उसने बताया कि शनिवार की सुबह वो गाड़ी सर्विसिंग कराने के लिए लखनऊ लेकर गया था और सर्विस कराकर जब वह वापस लौट रहा था तो यहां एकाएक गाड़ी का इंजन लॉक होने लगा, जब तक मैं कुछ समझ पाता और गाड़ी रोकने की कोशिश करता, तब तक आगे से धुंआ निकलने लगा और फिर उसमें आग लग गई।लोग अपनी सेफ्टी के लिए इतनी एक्सपेंसिव बीएमडब्ल्यू जैसी कार लेते हैं जिससे वो सुरक्षित रहे लेकिन उससे भी वो सुरक्षित नहीं हैं। उनमें भी आग लगा रही हैं तो अब लोग कोन सी कार ले जिससे वो खुद को सुरक्षित महसूस करन|
बता दें, पिछले कुछ समय में पूरी दुनिया में बीएमडब्लू से जुड़ी आग की कई घटनाएं सामने आई हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक, मार्च में बीएमडब्लू ने आग लगने की घटना का जोखिम को देखते हुए, पूरी दुनिया में कंपनी ने करीब 1.3 मिलियन कारों को रिकॉल करने का फैसला किया है। ये वाहन 2006 और 2013 बीच बने हैं। इसमें एक्स3, एक्स5, जेड 4, सीरीज 1,सीरीज 3 और सीरीज 5 के वाहन शामिल हैं।
बीएमडब्ल्यू ने कहा कि नए रिकॉल में संयुक्त राज्य अमेरिका में 917,106 वाहन, कनाडा में 98,000 और दक्षिण कोरिया में 18,000 वाहन शामिल हैं। कंपनी ने कहा कि कार मालिकों को रिकॉल फिक्स होने तक ड्राइविंग रोकने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर उन्हें इंजन के पास से धुआं या गाड़ी की प्लास्टिक जलने वाली गंध दिखाई देती है, तो उन्हें गाड़ी चलाना बंद कर देना चाहिए।