Maharashtra political crisis: महाराष्ट्र की सत्ता से उद्धव ठाकरे का तख्तापलट करने वाले एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनते ही पूरे जोश में दिख रहे हैं. शिंदे खेमे ने स्पीकर के चुनाव में जिस तरह से उद्धव गुट को मात दी है, उस लिहाज से सोमवार को बहुमत साबित करने की परीक्षा भी पास कर लेंगे. लेकिन असल लड़ाई अब शिवसेना पर काबिज होने को लेकर है, जो अदालत की दहलीज तक पहुंच सकती है?
स्पीकर के चुनाव में MVA को मात
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और उनके साथ देवेन्द्र फडनवीस ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। रविवार को स्पीकर पद के लिए चुनाव हुआ, जिसमे बीजेपी के राहुल नार्वेकर ने जीत हासिल की। विधानसभा में नार्वेकर को 164 वोट मिले तो साल्वी को 107 मिले हैं. स्पीकर के लिए डाले गए वोटों के विस्तृत विश्लेषण से पता चलता है कि विपक्ष के पास बीजेपी-शिंदे गठबंधन के खिलाफ कोई मौका नहीं था. मतलब साफ है कि शिवसेना के सभी 39 बागी विधायक अयोग्य घोषित कर दिए जाते तो भी विपक्ष को हार का सामना ही करना पड़ता ।
शिवसेना ने बुलाई जिलाध्यक्षों की बैठक
मुंबई के होटल में हुई बैठक के बारे में एक विधायक ने बताया कि शिवसेना-भाजपा गठबंधन सरकार विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन सोमवार को बहुमत परीक्षण कासामना करने के लिए तैयार है. फ्लोर टेस्ट के लिए सरकार की रणनीति क्या होगी, इस पर सभी विधायकों की उपस्थिति में हुई बैठक में चर्चा की गई. हालांकि शक्ति परीक्षण से पहले बीजेपी-शिंदे गुट प्रत्याशी राहुल नार्वेकर के स्पीकर चुने जाने के बाद लग रहा है कि सरकार को जादुई आंकड़ा पाने में कठिनाई का सामनानहीं करना पड़ेगा.
आज किस गुट को भेजा जाएगा नोटिस?
इसके अलावा आज देखने वाली बात होगी कि विधानसभा स्पीकर की ओर से किस गुट के विधायकों को नोटिस भेजा जाता है. जानकारी के मुताबिक, शिंदे गुट की शिकायत पर उनकी ओर से कहा गया था कि अगर उद्धव गुट के विधायक फ्लोर टेस्ट में भी शिंदे गुट के खिलाफ वोट डालते हैं तो उनके खिलाफ नोटिस भेजा जाएगा।
इन विधायको ने नही लिया था हिस्सा
नवाब मलिक (राकांपा), अनिल देशमुख (राकांपा), नीलेश लंके (राकांपा), दिलीप मोहिते (राकांपा), दत्तात्रेय भराने (राकांपा), बबन शिंदे (राकांपा), अन्ना बंसोडे (राकांपा), लक्ष्मण जगताप (भाजपा), मुक्ता तिलक (भाजपा), प्रणति शिंदे (कांग्रेस), मुफ्ती इस्माइल (एआईएमआईएम), शाह फारुक अनवर (एआईएमआईएम), रमेश लटके (शिवसेना) (निधन), रईस शेख (SP), अबू आजमी (SP), राजेंद्र पाटिल (निर्दलीय) और उप सभापति मतदान प्रक्रिया में भाग नहीं ले सकते.
उद्धव खेमे में लौटे 2 विधायक
विधानसभा में एक और चीज देखने को मिली है. इस दौरान शिंदे गुट से दो विधायक नितिन देशमुख और कैलाश पाटिल वापस उद्धव कैंप में लौट आए हैं. विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन के विधायकों ने मेज थपथपाकर उद्धव कैंप में लौटे विधायकों का स्वागत किया