कांग्रेस ने कर्नाटक चुनाव में अपने घोषणापत्र में बजरंग दल पर बैन लगाने की बात कही थी. कांग्रेस के इस वादे पर पूरे चुनाव में खूब बयानबाजी हुई. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे बजरंग बली से जोड़कर बताया. चुनाव तो बीत चुके हैं और परिणाम भी आ चुके हैं. राज्य में कांग्रेस की सरकार भी बन गई है, लेकिन ये मुद्दा अब भी चर्चा का विषय बना हुआ और अब इस पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष सैयद अरशद मदनी ने बयान दिया है.
मदनी ने क्या कहा?
मदनी ने कहा, कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में फ़िरका-परस्त की जमात बजरंग दल को बंद करने की बात कही थी. अगर उन्होंने यह फैसला 70 साल पहले लिया होता तो मुल्क बर्बाद न होता. उन्होंने ऐसा कहा तो इस पर शोर मच रहा था कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में इसे दाखिल कर गलती की. मैं समझ था कि गलती नहीं बल्कि अपनी गलती का तदारुक किया जा रहा है.