वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रहों के सेनापति मंगल देव 27 जून 2022 को मेष राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। इस कारण 37 साल बाद मंगल और राहु के संयोग से अंगकारक योग का निर्माण होगा जिसका अशुभ प्रभाव इन राशियों पर पड़ने वाला है।
ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक हर महीने किसी न किसी न ग्रह का राशि परिवर्तन होता है जिसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर होता है। किसी को ग्रहों के गोचर से शुभ फलों मिलते हैं तो कुछ राशि के लोगों को आर्थिक या परिवारिक संकटों का सामना करना पड़ता है।
इस साल 2022 में 27 जून, सोमवार को मंगल ग्रह का गोचर मेष राशि में होगा, जिस राशि में राहु ग्रह पहले से ही मौजूद है। इस प्रकार ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह और राहु की युति से 1985 के बाद इस साल 2022 में यह संयोग पड़ रहा है जिससे अंगकारक योग का निर्माण होगा। यह योग 10 अगस्त 2022 तक बना रहेगा। माना जा रहा है कि ये अंगकारक योग कुछ राशि के लोगों के जीवन में परेशानियां खड़ी कर सकता है। तो आइए जानते हैं कौन सी हैं वे राशियां और उन पर क्या प्रभाव होगा…
अंगकारक योग से इन राशियों को रहना होगा सावधान-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल और राहु की युति से बनने जा रहा अंगकारक योग मेष राशि, वृष राशि, कन्या राशि और धनु राशि वालों के जीवन में समस्याएं पैदा कर सकता है।
मेष, वृष, कन्या और धनु राशि वालों पर अंगकारक योग का प्रभाव-
ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक सभी 9 ग्रहों में से मंगल ग्रह को सेनापति ग्रह नाम दिया गया है। वहीं राहु ग्रह को पाप ग्रह की संज्ञा दी गई है। ऐसे में मंगल के मेष में प्रवेश से और पहले से ही मेष में बैठे राहु ग्रह के संयोग के कारण अशुभ परिणाम देखने को मिल सकते हैं। मान्यता है कि इन दोनों ग्रहों के संयोग से बनने वाले अंगकारक योग के कारण मेष राशि, वृष, कन्या और धनु राशि वालों को नौकरी या व्यवसाय में हानि, आर्थिक समस्याओं, गृह क्लेशों, उधारी के साथ ही वाणी में कठोरता जैसी परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं। इसलिए इन राशि वालों को 10 अगस्त तक बहुत सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है।