हमारे समाज में एक कहावत बहुत मशहूर है कि “वही इंसान सबसे शानदार और जानदार है, जिसके इरादे नेक और ईमानदार है.” इस कहावत को ईमानदार नौकरशाह रिंकू राही ने सच कर दिखाया है. रिंकू राही की कहानी किसी बॉलीवुड ब्लॉकबस्टर फिल्म से कम नहीं है. रिंकू ने 100 करोड़ रुपए के छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा किया था, जिसके परिणामस्वरूप उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई गई थी. इतनी गोलियां लगने के बावजूद भी, रिंकू ने अपना जीवन से हार नहीं मानी और इस साल सिविल सेवा परीक्षा 2021 पास कर डाली.
रिंकू अपनी प्राथमिक पढ़ाई करने के बाद साल 2008 में पीसीएस अधिकारी बने थे, जिसके तहत उन्हें उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में समाज कल्याण अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था. इस दौरान रिंकू ने छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा किया था, जिस कारण उन्हें साल 2009 में सात गोलियां मारी गई थी. सात गोलियों में से तीन गोलियां उनके चेहरे पर लगी थी, जिस कारण उनके एक आंख की रोशनी चली गई थी. साथ ही उन्हें एक कान से सुनाई देना भी बंद हो गया था. इसके बावजूद अपने जिंदगी से हार ना मानते हुए और रिंकू ने इस साल यूपीएससी परीक्षा 2021 पास कर डाली. इसी के साथ रिंकू ने समाज के लिए एक मिसाल भी कायम की है.