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शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की महत्व, जानिए क्या होंगे फायदे

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते महत्व को देखते हुए “एडुफिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्सवेयर” की शुरुआत की गई है. इसे कक्षा 5वीं से कक्षा 10वीं तक के लिए डिजाइन किया गया है. इसका उपयोग छात्रों को नियमित अध्ययन के बोझ के बिना एक महत्वपूर्ण कौशल सीखाने के लिए किया जाता है.

नई दिल्ली: आज दुनिया ने तकनीकी क्षेत्र में बहुत तरक्की कर ली है. इसी कारण से वर्तमान युग को तकनीकी युग भी कहा जाता है. तकनीकी तरक्की के कारण ही शिक्षा के क्षेत्र में भी काफी बदलाव आया है. पिछले कुछ समय से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से दी जाने वाली शिक्षा भी चर्चा का विषय बनी हुई है.

बता दें पिछले कुछ सालों से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने स्कूलों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पाठ्यक्रम को शुरू करने पर जोर दिया है. शैक्षणिक सत्र 2020-21 की शुरुआत में सीबीएसई की तरफ से देश के करीब 200 स्कूलों में कक्षा 11वीं व 12वीं के छात्रों के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम तैयार करने के लिए आईबीएम (IBM) के साथ साझेदारी की गई थी. साल 2021 के अप्रैल महीने में सीबीएसई ने ‘द ग्लोबल टीचर्स एकेडमी फॉर डिजिटल टेक्नोलॉजीज’ नाम की एक पहल शुरू की थी. इस पहल के जरिए शिक्षकों के लिए एक ऑनलाइन एआई प्रशिक्षण कार्यक्रम की घोषणा की गई थी.

इसी बीच आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते महत्व को देखते हुए “एडुफिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्सवेयर” की शुरुआत की गई है. इसे कक्षा 5वीं से कक्षा 10वीं तक के लिए डिजाइन किया गया है. इसका उपयोग छात्रों को नियमित अध्ययन के बोझ के बिना एक महत्वपूर्ण कौशल सीखाने के लिए किया जाता है.

यह शिक्षा प्रणाली छात्रों को आधारित और अनुभवात्मक शिक्षा के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिक्षा प्रदान करती है. यह प्रणाली छात्रों और शिक्षकों के बीच देशभर में काफी लोकप्रिय भी हुई है. यह प्रणाली छात्रों की कल्पनाशक्ति को भी बढ़ाती है और सीखने की प्रक्रिया को भी मजेदार बनाती है. यह विधि बढ़ते बच्चों में रचनात्मकता, संचार कौशल, समस्या-समाधान, महत्वपूर्ण सोच, तार्किक तर्क और संज्ञानात्मक कौशल को भी बढ़ावा देती है.

बता दें कि एडुफिक (Edufiq) एक एडटेक (EDtech) स्टार्टअप है, जिसे दिल्ली में शुरू किया गया है. एडुफिक एक खेल आधारित और अनुभवात्मक शिक्षा के माध्यम से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिक्षा प्रदान करता है. यह खेल आधारित शिक्षा पद्धति कक्षा 5वीं से कक्षा 10वीं तक के छात्रों को एआई शिक्षा प्रदान करता है. इसमें कक्षा 5वीं से 7वीं तक के छात्रों को माइनक्राफ्ट (Minecraft) नामक गेमिंग प्लेटफॉर्म के जरिए पढ़ाया जाता है. वहीं कक्षा 8वीं से 10वीं तक के छात्रों को एडुफीक की ओर से विकसित किए गए ट्रेड-मार्क माइक्रोप्रोसेसर किट की सहायता से एआई की उन्नत अवधारणाएं सिखाई जाती हैं.

एडुफिक के ट्रेड-मार्क माइक्रोप्रोसेसर मॉड्यूल की सभी सामग्री को “इंडियन सोसाइटी फॉर टेक्निकल एजुकेशन एंड कंप्यूटर साइंस टीचर्स एसोसिएशन” के मानकों के अनुसार तैयार किया गया है. एडुफिक द्वारा तैयार की गई यह नई शिक्षा प्रणाली छात्रों के लिए एक संवादात्मक मंच है, जो उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के भविष्य के कौशल से परिचित कराता है. यह शिक्षा प्रणाली छात्रों को अवसरों से भरी दुनिया में जाने में मदद करेगी. इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को नौकरी के लिए तैयार करना है. साथ ही किसी कठिन परिस्थिति को अधिक आकर्षक तरीके से सीखना और छात्रों को अच्छे परिणाम दिलाना है. एडुफीक ने बच्चों के लिए एआई लर्निंग प्रोग्राम विकसित किया है. एआई को एक कौशल विषय के रूप में पेश करने के लिए सीबीएसई कई स्कूलों के साथ साझेदारी भी कर रहा है.

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