मुजफ्फरनगर की लेडी गैंगस्टर मीनू त्यागी आंबेडकरनगर जेल में बंद है। बेटे रक्षित से फोन पर मीनू की बातचीत का एक ऑडियो सामने आया है। रक्षित से फोन पर बात करते हुए मीनू कह रही है कि मुन्ना बजरंगी की तरह उसकी भी जेल में हत्या हो सकती है। ऑडियो में मीनू जेल अधीक्षक पर टॉर्चर करने का आरोप भी लगा रही है। मीनू बेटे से कहती है कि यदि वह मर गई, तो जेल अधीक्षक हर्षिता मिश्रा के खिलाफ FIR करना।
मीनू बोली, उसके खिलाफ चल रही साजिश
मीनू त्यागी ने बेटे को बताया कि उसके खिलाफ अंदरूनी साजिश चल रही है। बेटा रक्षित ढांढस बंधा रहा है कि यह रिकार्डिंग सभी लोगों के पास पहुंच जाएगी। वह मीनू त्यागी को हिम्मत न हारने की बात कहता है। वहीं सास सुप्रभा ने राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखकर जेल में बंद मीनू त्यागी की सुरक्षा की गुहार लगाई है।मीनू त्यागी ने बेटे को बताया कि उसके खिलाफ अंदरूनी साजिश चल रही है। बेटा रक्षित ढांढस बंधा रहा है कि यह रिकार्डिंग सभी लोगों के पास पहुंच जाएगी। वह मीनू त्यागी को हिम्मत न हारने की बात कहता है। वहीं सास सुप्रभा ने राष्ट्रीय महिला आयोग को पत्र लिखकर जेल में बंद मीनू त्यागी की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
आपको बताते हैं मीनू और बेटे रक्षित के बीच हुई बातचीत के अंश
रक्षित: न्यायालय के सामने, जज साहब के सामने रिकार्डिंग पेश करेंगे। ऐसे थोड़े ही मरेंगे यहां पर। हम से बदतमीजी की जाती है। परेशान मत हो आप, हिम्मत मत हारो। कुछ घंटों का समय दो।
मीनू त्यागी: यहां पर जो भी जज आएंगे, या डीएम आएंगे सबके सामने पेश होकर पूछूंगी। मेरी गलती बताओ, कोई बच्चा मुझसे नहीं बोल सकता, कोई औरत मुझसे नहीं बोल सकती। स्टाफ मेरे साथ बदतमीजी करता है। मेरी गलती क्या है? मैंने 12 साल की जेल काट ली।
रक्षित: आप परेशान मत हो, कुछ घंटों का समय दो।
मीनू त्यागी: कहीं न कहीं मुझे ऐसा लग रहा है रक्षित, जैसे मुन्ना बजरंगी मारा गया, कुछ न कुछ अंदरूनी साजिश चल रही है, इसलिए मुझे यहां परेशान किया जा रहा।
रक्षित: आप परेशान मत हो, आप को कुछ नहीं होने देंगे। समय दें। रिकार्डिंग बहुत बड़ा सुबूत है हमारे पास। आप टेंशन मत लें।
मीनू त्यागी: इसीलिए मुझे पता है ये जेल।
रक्षित: एक सेकंड में ये रिकार्डिंग सभी जगह पहुंच जाएगी, आप मुझे थोड़ा सा मौका दो।
मीनू त्यागी: मेरे साथ यहां बहुत बुरा हो रहा है, दवाई, डॉक्टर कुछ नहीं। ये कह दिया कोई बीमारी नहीं है। सब झूठी बीमारी है।
रक्षित: मम्मी हिम्मत मत हारो आप, कुछ टाइम का समय दो।
मीनू त्यागी: मैं हिम्मत नहीं हार रही हूं। यदि मैं मर गई तो बता रही हूं, हर्षिता मिश्रा के खिलाफ FIR करना। मैं बता रही हूं।
रक्षित: ठीक है मम्मी, आप हिम्मत न हारो। टेंशन मत लो। मैं देखता हूं।
अब जानते हैं मीनू के बारे में
जेल में काट रही है उम्रकैद की सजा
आपको बता दें कि विक्की त्यागी का किसी समय वेस्ट यूपी (West Uttar Pradesh) में खौफ था। उसकी हत्या कर दी गई थी। इसके बाद गैंग की कमान मीनू त्यागी ने संभाल ली थी। पिछले माह उसके गैंग को एसएसपी अभिषेक यादव ने सूचीबद्ध कर दिया था। मीनू त्यागी मुजफ्फरनगर जेल में उम्रकैद की सजा काट रही है। इसके बावजूद उसका गैंग वेस्ट यूपी और हरियाणा में सक्रिय है।
2007 में हुआ था मर्डर
दरअसल, वर्ष 2007 में रोहाना क्षेत्र में सतीश त्यागी की हत्या हुई थी। इसमें मीनू त्यागी, सुशील शुक्ला, बबलू, बिट्टू शुक्ला और सर्वेन्द्र आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। इसी मामले में इन पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी। पिछले 12 साल से सभी आरोपी एक साथ कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे। इस वजह से कोर्ट इन पर गैंगस्टर अधिनियम में आरोप तय नहीं कर पा रहा था। एसएसपी अभिषेक यादव का कहना है कि इनको कड़ी सुरक्षा में गैंगस्टर कोर्ट में पेश कराया गया है। इनमें से सुशील शुक्ला को देवरिया जेल से यहां पर लाया गया है। अब कोर्ट ने 22 अक्टूबर को गवाही कराने के निर्देश जारी किए हैं। आरोपियों पर आरोप तय हो गए हैं।
बड़कली मोड़ सामूहिक हत्याकांड की रची थी साजिश
मीनू त्यागी पर 11 साल पहले शहर कोतवाली क्षेत्र के बड़कली मोड़ पर हुए 8 लोगों की सामूहिक हत्याकांड की साजिश रचने का भी आरोप है। 11 जुलाई 2011 को रोहाना मार्ग स्थित बड़कली मोड पर पूर्व चेयरमैन उदयवीर सिंह की कार में ट्रक ने टक्कर मार दी थी। टक्कर में तीन मासूम बच्चों सहित परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में वादी ब्रजवीर सिंह ने कुख्यात विक्की त्यागी और उसकी पत्नी मीनू त्यागी पर आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाते हुए हत्याकांड में 20 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया था।