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धर्मेंद्र यादव लड़ेंगे आजमगढ़ उपचुनाव,अखिलेश का भरोसा,जानें कैसे आए राजनीति में

धर्मेंद्र यादव उत्तर प्रदेश के युवा और गतिशील राजनेताओं में से एक हैं। 16 वीं लोकसभा के लिए फिर से भाजपा के वागीश पाठक को हराकर, वे बदायूं निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में लगातार तीन संसदीय चुनाव जीते, पहला मैनपुरी से और अगले दो बदायूं निर्वाचन क्षेत्र से।

सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन के आखिरी दिन समाजवादी पार्टी ने कैंडिडेट के तौर पर धर्मेंद्र यादव के नाम का ऐलान किया है।समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आजमगढ़ के लोकसभा उप चुनाव में अपने चचेरे भाई धर्मेंद्र यादव पर भरोसा जताया है

समाजवादी पार्टी के तमाम छोटे बडे़ राजनेताओं ने अखिलेश से डिंपल या धर्मेंद्र यादव में से किसी एक को चुनाव मैदान मे उतारने की बात कही थी

 मैनपुरी से बदायूं गए धर्मेंद्र यादव ने 2009 और 2014 में यहां से भी जीत दर्ज की लेकिन, साल 2019 में यहां से बीजेपी ने स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी डॉ. संघमित्र मौर्य को चुनावी मैदान में उतारा था और धर्मेंद्र यादव को हार का सामना करना पड़ा.

बताया जाता है कि धर्मेंद्र यादव 2019 में हार के बाद विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला. ब्लॉक प्रमुख के तौर पर कॅरियर की शुरुआत करने वाले धर्मेंद्र ने 2004 में मैनपुरी में हुए उपचुनाव को जीता. समाजवादी पार्टी ने 2009 के चुनाव में उन्हें बदायूं का टिकट दिया और उन्होंने यहां रिकॉर्ड जीत दर्ज की. 2014 में भी उन्होंने यहां पर परचम लहराया ।समाजवादी पार्टी अखिलेश यादव की छोड़ी गई इस सीट पर धर्मेंद्र के जरिये एक बार फिर से समाजवादी पताका फहराने की तैयारी में है. जब कि उनके सामने बीजेपी के दिनेश लाल यादव निरहुआ और बसपा के गुडडू जमाली हैं.

धर्मेंद्र यादव को अखिलेश ने मनाया आजमगढ़ सीट पर रमाकांत यादव का अच्छा प्रभाव है लेकिन रमाकांत के जीतने पर 2024 में उनका टिकट काटना सपा के लिए मुश्किल होता। ऐसे में धर्मेंद्र यादव को मनाकर यहां लाया गया। बताया गया है कि धर्मेंद्र बदायूं में ही रहना चाहते थे लेकिन पार्टी ने उनको मना लिया। चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए अधिसूचना 30 मई को जारी की थी। दोनों सीटों पर नामांकन दाखिल करने की आज आखिरी तारीख है। इन दोनों सीटों पर 23 जून को वोट डाले जाएंगे। 26 जून उपचुनाव का रिजल्ट घोषित किया जाएगा।

 

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