रांची, राज्य ब्यूरो Omicron XE Variant, Covid 19। 4th Wave, Corona 4th Wave स्कूलों में शिक्षकों, महिला रसोइया एवं अन्य कर्मियों को दोनों डोज का टीका लेना अनिवार्य होगा। साथ ही प्रार्थना व सामूहिक सांस्कृतिक कार्यक्रम पर रोक बरकरार रहेगी।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राजेश शर्मा ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों एवं जिला शिक्षा अधीक्षकों को पत्र लिखकर कोरोना प्रोटोकाल का सभी स्कूलों में सख्ती से अनुपालन कराने को कहा है।
सचिव ने अपने आदेश में कहा है कि देश के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण दर में वृद्धि देखी जा रही है। ऐसे में राज्य में स्कूलों में कोरोना संक्रमण से बचाव जरूरी है।
पूर्व में स्कूलों के खोले जाने के समय कोरोना से बचाव को लेकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए थे, जिसका सख्ती से अनुपालन होना चाहिए। उन्होंने सभी शिक्षकों एवं अन्य कर्मियों के मास्क का उपयोग भी अनिवार्य रूप से करने को कहा है। साथ ही स्कूलों को नियमित रूप से सैनिटाइज किया जाएगा।
- कक्षा एक से 12 के छात्र-छात्राओं के पास कक्षाओं में भाग लेने का विकल्प होगा, लेकिन इसके लिए माता-पिता की लिखित सहमति अनिवार्य होगी।
- शिक्षकों द्वारा बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज की जाएगी।
- विद्यालय के अंदर विद्यार्थियों को टिफिन बाक्स लेकर आने की अनुमति होगी।
- सभाकक्ष, खेल और अन्य गतिविधि, जिसमें भीड़भाड़ होने की संभावना हो, पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।
- शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से अनुपालन करना होगा।
- जिला प्रशासन द्वारा नियमित रूप से स्कूलों में कोरोना जांच कराई जाएगी।
- स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राजेश शर्मा ने सभी उपायुक्तों को सरकारी स्कूलों में कोरोना की जांच नियमित रूप से करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी उपायुक्तों को पत्र भेजकर कहा है कि कई राज्यों में कोरोना के केस बढ़े हैं।झारखंड में भी सभी श्रेणी के स्कूल खुल गए हैं, जिनमें प्रत्येक दिन 70 प्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति रहती है। वहीं, आवासीय विद्यालयों में भी छात्र-छात्राएं रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में स्कूलों में कोरोना संक्रमण न हो, इसे लेकर प्राथमिकता के रूप में स्कूलों में कोरोना जांच जरूरी है।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव राजेश शर्मा ने सभी उपायुक्तों को सरकारी स्कूलों में कोरोना की जांच नियमित रूप से करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी उपायुक्तों को पत्र भेजकर कहा है कि कई राज्यों में कोरोना के केस बढ़े हैं।
झारखंड में भी सभी श्रेणी के स्कूल खुल गए हैं, जिनमें प्रत्येक दिन 70 प्रतिशत विद्यार्थियों की उपस्थिति रहती है। वहीं, आवासीय विद्यालयों में भी छात्र-छात्राएं रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। ऐसे में स्कूलों में कोरोना संक्रमण न हो, इसे लेकर प्राथमिकता के रूप में स्कूलों में कोरोना जांच जरूरी है।